'Valley of peace' नाम का यह कब्रिस्तान ईराक में पहले शिया इमाम और मोहम्मद के चौथे उत्तराधिकारी इमाम अली इब्न अबी तालिब की पवित्र कब्रगाह के पास स्थित है|
इस कब्रगाह में शवों को भूमिगत अलग-अलग भागों में दफनाया जाता है| हर भाग में 50 शवों को दफनाया जा सकता है| शवों को दफनाने वाली इस जगह की रखवाली करने वाले को मरजा कहा जाता है|
इस कब्रिस्तान को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया है| लंबाई ज्यादा होने की वजह से इस कब्रिस्तान के बीच से सड़क निकाली गयी है|
इस कब्रिस्तान में 50 लाख से भी अधिक शवों के होने की सम्भावना जताई जाती है, जो किसी शहर की जनसंख्या के बराबर है| दुनिया भर से हर साल लगभग 50,000 नए शवों को कब्रिस्तान में दफनाया जाता रहा है।
कहा जाता है कि आईएसआईएस के आतंक बढ़ने के बाद युद्ध के दौरान इस जगह पर रोजाना करीब 200-300 लोगों के शवों को दफनाया जाता था और अब यह संख्या घटकर 100 के आसपास पहुंच गई है|
दुनियाभर के शिया अपनों को दफनाने के लिए यही जगह पसंद करते है| यहाँ मौजूद कब्रों को ईंटों, प्लास्टर और कैलीग्राफी से सजाया जाता है|