हमारे भारत में ऐसे कई मंदिर है जहाँ अलग-अलग भगवानों की प्रतिमा रखी हुई है और इन प्रतिमाओं की विविध प्रकार से पूजा-अर्चना की जाती है| मगर आज हम आपको एक पाताल विजय हनुमान मंदिर के बारे में बताने जा रहे है जहाँ भगवान की ही प्रतिमा रखी हुई है, मगर उल्टी!
पाताल विजय हनुमान मंदिर – Patal Vijay Hanuman
जी हाँ दोस्तों, हम बात कर रहे है मध्य प्रदेश के इंदौर में सांवेर नामक जगह की, जहाँ ये अद्भुत मंदिर स्थित है| अद्भुत इसीलिए क्यूंकि इस मंदिर में रखी हनुमान जी की प्रतिमा उल्टी रखी गयी है| हर रोज इसकी पूजा भी की जाती है| इस मंदिर को पाताल विजय हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है|
कहा जाता है कि इस मंदिर का ताल्लुक रामायण काल से है| मंदिर में दो पारिजात के पेड़ लगे हुए है जो करीब १०० साल से पुराने है| ऐसा माना जाता है कि पारिजात के पेड़ पर स्वयं हनुमान जी का वास होता है| इस मंदिर में श्रीराम, सीता और लक्ष्मण जी के साथ शिव-पार्वती की मूर्तियां भी है|
इस मंदिर में तोते की भी पूजा की जाती है, जिसके पीछे एक कहानी है| एक बार तुलसीदास को भगवान श्रीराम के दर्शन करने थे, तब हनुमान जी ने तोते का भेष धारण करके तुलसीदास को श्रीराम के दर्शन कराये थे|
एक कथा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि एक बार अहिरावण ने श्रीराम और लक्ष्मण का अपहरण करके उन्हें पाताल में बंदी बनाकर रखा था| तब हनुमान ने पाताल लोक में प्रवेश किया था| उस समय हनुमान जी के पैर आकाश में और सर धरती की ओर था| जिसकी वजह से यहाँ उल्टी हनुमान जी की मूर्ती स्थापित की गयी है|
ऐसा माना जाता है यह वही स्थान है जहाँ से हनुमान जी ने पाताल लोक जाने के लिए पृथ्वी में प्रवेश किया था|
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