जेरिको, फलस्तीन
फलस्तीन के जेरिको शहर को दुनिया का सबसे पुराना शहर होने का गौरव प्राप्त है| ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुसार करीब ११ हजार साल पहले ही लोगों ने इस शहर में रहना शुरू कर दिया था|
जॉर्डन नदी के किनारे बसे इस प्राचीन शहर में आज भी करीब २० हजार की आबादी वाला एक क़स्बा है| समय-समय पर यह शहर अलग-अलग देशों के अधीन रहा है|
साल १९४९-१९६७ तक यह शहर जहाँ जॉर्डन के कब्जे में था तो वहीँ साल १९६७ के बाद इस पर इसराइल का कब्ज़ा हो गया| हालाँकि साल १९९४ के बाद अब यह फलस्तीन के अधीन है| हिन्दू बाइबल में इसे जेरिको सिटी ऑफ़ पाम ट्रीज के रूप में वर्णित किया हुआ है| आपको बतादें कि हिब्रू, यहूदियों की धर्मभाषा है और बाइबल के पुराने नियम इसी भाषा में लिखें गए है|
बाइब्लोस, लेबनान
लेबनान के बाइब्लोस शहर को दुनिया का दूसरा सबसे पुराना शहर कहा जाता है| पहले इसे जिबल के रूप में जाना जाता था| ऐतिहासिक दस्तावेजों के आधार पर माना जाता है कि ये ७ हजार साल पहले बसा शहर है|
वर्तमान में यह शहर लेबनान के प्रमुख टूरिस्ट जगहों में से एक है| यहाँ पर लोग प्राचीन मंदिर, कैसल और सेंट जॉन बेपटिस्ट चर्च को देखने जाते है| जिनके ज्यादातर निर्माणकार्य १२ वी सदी में हुए है|
एलेप्पो, सीरिया
दुनिया के तीसरे सबसे प्राचीन शहर के रूप में एलेप्पो का नाम आता है| करीब ६ हजार ३०० साल पहले इस शहर के मौजूदगी के प्रमाण मिले है| ये सीरिया का दूसरा सबसे बड़ा नगर है, जो उत्तर-पक्षिम के भूमध्य सागर के तट से थोड़ी ही दुरी पर बसा है| यह शहर प्राचीन काल से एशिया और यूरोप के बीच व्यापार का केंद्र रहा है|
दमासकस, सीरिया
सीरिया के दमासकस शहर को तीसरे सबसे प्राचीन शहर होने का गौरव दिया जाता है| इस शहर के भी ६ हजार ३०० साल होने के प्रमाण प्राप्त हुए है| दमासकस आज भी उतना ही प्रसिद्ध है जितना ये ऐतिहासिक तौर पर रहा है| आज भी यहाँ कई जगहें ऐसी है जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है|
सुसा, ईरान
ईरान के सुसा नामक शहर को दुनिया का ५ वां सबसे पुराना शहर माना जाता है| इस शहर के अस्तित्व करीब ६ हजार २०० साल पुराने है| यह शहर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए काफी प्रसिद्ध है| मौजूदा समय में सुसा शहर की जनसंख्या करीब ६५ हजार की है|