वैसे तो किसी भी अभिनेता या अभिनेत्री के लिए कोई भी अवार्ड पाना बड़े गर्व की बात होती है। मगर बॉलीवुड में कुछ सितारे ऐसे भी है जो इन सम्मानों को बड़ी गंभीरता से लेते है और किसी न किसी वजह से इन पुरस्कारों को लेने से इंकार भी किया है, फिर चाहे वो फिल्मफेयर अवार्ड हो या नेशनल अवार्ड। जहां आमिर खान और अजय देवगन जैसे सितारे ऐसे पुरस्कारों पर विश्वास नहीं करते और इसमें शामिल नहीं होते वही ऐसे भी कलाकार है जिन्होंने सम्मान से मना कर दिया है।
लता मंगेशकर
साल १९५८ में अपनी सबसे पहली फिल्म के लिए लता मंगेशकर ने ‘फिल्मफेयर’ की ट्रॉफी लेने से इंकार कर दिया था, जिसका कारण बेहद ही अजीब था। इस महान गायिका ने इस ट्रॉफी को लेने से इंकार इसीलिए किया था क्यूंकि इन्हें बिना कपड़ों के ट्रॉफी की महिला होने का विचार पसंद नहीं आया। जिसके बाद फिल्मफेयर वालों ने उन्हें ये ट्रॉफी कपड़े से ढककर दी थी।
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वैजन्तीमाला
साल १९५५ में बिमल रॉय की फिल्म ‘देवदास’ में चंद्रमुखी का किरदार निभाने वाली वैजन्तीमाला को उनके काम के लिए बहुत तारीफें मिली थी। जिसके लिए उन्हें ‘सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री’ का फिल्मफेयर का अवार्ड दिया गया, मगर उन्होंने इस ट्रॉफी को लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि फिल्म में वो मुख्य किरदार में थी तो उन्हें सहायक अभिनेत्री का अवार्ड कैसे दिया जा सकता है।
शशी कपूर
शशी कपूर जी ने किसी छोटे सम्मान के लिए नहीं बल्कि ‘नेशनल अवार्ड’ के लिए इंकार किया था। साल १९६१ में आयी फिल्म ‘धर्मपुत्र’ में अपने प्रबल अभिनय के लिए ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ दिया जा रहा था, मगर शशी कपूर ने यह कहते हुए पुरस्कार से इंकार कर दिया कि फिल्म में उनका प्रदर्शन सम्मान के योग्य नहीं था।
रीना रॉय
साल १९७७ में फिल्म ‘अपनापन’ के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री’ की ट्रॉफी से सम्मानित किया जा रहा था, मगर रीना रॉय ने यह कहते हुए इस अवार्ड को लेने से इंकार कर दिया कि उन्होंने इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी ना कि सहायक भूमिका।
सलीम खान
बॉलीवुड के प्रतिष्ठित लेखक के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले सलमान खान के पिता सलीम खान को साल २०१५ में ‘पदम् श्री’ पुरस्कार मिल रहा था, मगर उन्होंने इस पुरस्कार को लेने से मना कर दिया और कहा कि उन्हें पदम् श्री नहीं बल्कि ‘पद्म भूषण’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए क्यूंकि उनका योगदान उच्च सम्मान का हकदार है।
सोनू निगम
साल १९९७ में आयी फिल्म ‘बॉर्डर’ के गीत ‘संदेशे आते है’ के लिए जब सोनू निगम को फिल्मफेयर से सम्मानित किया गया तब उन्होंने यह कहकर इस अवार्ड को लेने से इंकार कर दिया कि इस गाने में गायक रूप कुमार राठोड ने भी अपनी आवाज़ दी है और उनके बगैर यह गाना अधूरा रहता, यह गाना केवल उनका नहीं है।
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