वैसे तो बॉलीवुड में ऐसी कई अभिनेत्रियां है जिन्होंने अपने अभिनय से दुनिया में कई लोगों का दिल जीता है। मगर आज हम आपको अभिनेत्री नूतन के बारे में बताने जा रहे जिनके जैसी अभिनेत्री सदियों में एक होती है। संजीदा किरदारों के लिए मशहूर इस नैसर्गिक अदाकारा ने अपनी गहरी छाप सिनेमा की दुनिया में छोड़ी है। आइये उनके जीवन से जुडी कुछ ख़ास बातें जानते है।
नूतन – Nutan Biography
हिंदी सिनेमा की सबसे प्रसिद्ध अदाकाराओं में से एक रही नूतन का जन्म 24 जून 1936 को हुआ था। अपने दौर की मशहूर अभिनेत्री शोभना सामर्थ और निर्देशक कुमारसेन सामर्थ के चार बच्चों में सबसे बड़ी बेटी नूतन ही थी, जिन्होंने बैटमिंटन, हॉर्स राइडिंग, स्विमिंग जैसी एक्टिविटीज के साथ-साथ संगीत की भी बाकायदा शिक्षा ली थी। महज 5 साल की उम्र में ही नूतन ने बम्बई के ताजमहल होटल में एक परफॉरमेंस दिया था।
केवल 9 साल की उम्र में ही नूतन ने अपने ही पिता की फिल्म ‘नल दमयंती’ में बतौर बाल कलाकार अभिनय किया था। 1950 में नूतन ने महज 14 साल की उम्र में हिंदी फिल्म जगत में प्रवेश किया था, इस फिल्म का निर्देशन स्वयं नूतन की मां शोभना सामर्थ ने किया था, जिसका नाम ‘हमारी बेटी’ था।
क्या थी सलमान खान और राजकुमारी श्रुति के बीच की घटना
नूतन अपने जन्म के समय इतनी दुबली-पतली थी कि उनकी मां उन्हें ‘अगली बेबी’ और ‘अगली डक’ जैसे नामों से पुकारा करती थी। मगर किसे पता था कि बचपन से कुरूप कही जाने वाली नूतन साल 1952 में ‘मिस इंडिया’ का खिताब अपने नाम कर सबको चौका देंगी। आपको बता दें कि ये पहली दफा था जब किसी अभिनेत्री ने अपने फ़िल्मी सफर के शुरू होने के दो साल बाद मिस इंडिया का खिताब जीता था।
जिस समय नूतन मिस इंडिया बनी थी उसी समय निर्माता ‘पंचोली प्रोडक्शन’ की फिल्म ‘नगीना’ रिलीज़ होने वाली थी और ये भी पहली दफा ही था कि पंचोली प्रोडक्शन की तरफ से इस फिल्म का प्रचार बड़े-बड़े पोस्टर के जरिये इस तरह किया जा रहा था कि उनकी फिल्म की अभिनेत्री को मिस इंडिया चुना गया है।
आपको यह जानकार ताज्जुब होगा कि उनकी खुद की फिल्म ‘नगीना’ देखने के लिए नूतन को सिनेमाघर में प्रवेश करने नहीं मिला था। जिसकी वजह उनकी उम्र थी जो उस समय केवल 14 वर्ष की थी। फिल्म के प्रीमियर में उन्हें वॉचमन ने अंदर आने से रोक दिया था। नूतन ने उस वॉचमन को बहुत समझाने की कोशिश की, कहा कि वो खुद उस फिल्म की अभिनेत्री है, मगर वॉचमन नहीं माना और नूतन को अपनी फिल्म देखें बगैर घर वापस जाना पड़ा। नूतन की यह फिल्म वयस्कों के लिए थी जिसे सेंसर बोर्ड ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दे रखा था।
नूतन के जीवन में एक समय ऐसा भी आया जब अपना सबकुछ दांव पर लगाकर नूतन को अभिनेत्री बनाने वाली उनकी माँ शोभना सामर्थ को उन्हें अदालत में आमने-सामने होना पड़ा। नूतन ने अपनी माँ पर अपनी कमाई के पैसों में हेर-फेर का आरोप लगाकर कोर्ट में केस कर दिया। बाद में वक्त के साथ इन दोनों की बीच सब कुछ एक बार पहले जैसा हो गया।
नूतन ने अशोक कुमार के साथ ‘बंदिनी’ में काम किया तो राज कपूर के साथ ‘कन्हैया’, ‘छलिया’ और ‘अनाड़ी’ जैसी फिल्मों की। देव आनंद के साथ ‘पेइंग गेस्ट’, ‘बारिश’, ‘मंजिल’ और ‘तेरे घर के सामने’ जैसी फ़िल्में की। दिलीप कुमार के साथ उनकी जोड़ी 2 बार बनते-बनते रह गयी लेकिन साल 1986 में फिल्म ‘कर्मा’ में इन दोनों की जोड़ी को साथ में देखा गया।
आखिरी दिनों में ठेले पर गया था इस बॉलीवुड Actress Vimi का शव
बता दें कि हिंदुस्तान सिनेमा की सबसे महान प्रतिभा और अद्वितीय अभिनेत्री नूतन जी ने सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए ६ बार ‘फिल्मफेयर’ अवार्ड जीता और अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता था। बॉलीवुड में अब तक नूतन जी के इस रिकॉर्ड की समानता में उनकी ही भतीजी और बहन तनूजा की बेटी काजोल ही पहुंच पायी है।
अभिनेत्री कुक्कू मोरे – क्योंआखिरी समय में सड़क से बटोरती थी खाना
दोस्तों, अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा और कमेंट बॉक्स में इसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजियेगा।