फिल्म शोले के गब्बर सिंह का अड्डा अब बना इश्क़जादों का अड्डा
निर्देशक रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शोले’ बॉलीवुड की दुनिया में अब तक की एक ऐसी फिल्म है, जिसे सदियों तक भुलाया नहीं जा सकता। इस फिल्म से जुड़ा ‘गब्बर सिंह‘ का किरदार, एक ऐसा किरदार है, जो लोगों के दिलों दिमाग पर राज कर चूका है। जिस गब्बर सिंह के आने का डर से पचास-पचास कोस दूर बच्चे चुप हो जाते थे, आज उसी गब्बर सिंह का अड्डा लवर्स पॉइंट में बदल गया है।
फिल्म ‘शोले’ की शूटिंग बैंगलोर शहर से करीब ५० किलोमीटर दूर ‘रामनगरम’ नाम के एक छोटे से कस्बे में हुई थी। इस जगह पर ‘रामदेवरबेट्टा’ नामक एक पहाड़ है। इसी पहाड़ के नीचे ‘शोले’ का गांव रामगढ़ बसाया गया था और पहाड़ी के ठीक दाहिनी तरफ गब्बर सिंह का अड्डा बनाया गया था।
जब फिल्म बनकर तैयार हो गयी और शूटिंग ख़त्म हो गयी, तो रामगढ़ गांव को उजाड़ दिया गया और गब्बर का अड्डा भी वीरान हो गया। कोई इस जगह पर नहीं जाता था।
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जब फिल्म ‘शोले’ सुपरहिट हुई तो इस जगह की लोकप्रियता को भुनाने के लिए राज्य प्रशासन ने इस जगह का नाम ‘शोले हिल्स’ रख दिया। जिसके बाद इस जगह को देखने और घूमने के लिए लोगों की होड़ से लग गयी। लोग यहां ‘शोले’ के गांव को देखने के लिए आने लगे। शूटिंग के लिए बनाया गया गांव तो अब इस जगह पर नहीं था, तो लोग गब्बर का अड्डा ही देखने जाया करते थे। लेकिन, वहां भी पत्थरों के टुकड़ों के अलावा कुछ नहीं मिलता।
फिल्म ‘शोले’ की शूटिंग के पहले इस जगह पर एक मंदिर स्थापित किया गया था, जिसे और विकसित कर दिया गया और उस मंदिर को ‘रामगिरी मंदिर’ नाम दिया गया। जिसके बाद लोग यहां भगवान श्री राम के दर्शन के लिए आने लगे।
बड़ा तीर्थ स्थल ना होने की वजह से तीर्थ जैसा माहौल भी नहीं बन पाया। इस जगह पर मौजूद चौकीदार के मुताबिक यहां आमतौर पर शनिवार और रविवार को खूब भीड़ जुटती है। उस चौकीदार के मुताबिक बैंगलोर से आये युवा लड़के-लड़कियां यहां मौज-मस्ती के लिए आते है।
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