किसी देश में बसे हुए शहरों में लोग अपना जीवन बीताते है| मगर North Korea का नकली शहर एक ऐसा है जहाँ घर तो है, लेकिन वहां रहता कोई भी नहीं है| चलिए इसके बारे में विस्तार में जानते है|
North Korea के बॉर्डर पर बना हुआ इस खूबसूरत शहर को दक्षिण कोरिया के लोगों को लुभाने के लिए बनाया गया था| इस शहर में सैकड़ों इमारतें बनी हुई है| दूर से देखने पर यह शहर बहुत खुशहाल नज़र आता है, लेकिन करीब से देखने पर पता चलता है कि इस शहर में कोई भी नहीं रहता है, पूरा का पूरा शहर वीरान है|
घरों के अलावा इस शहर में हॉस्पिटल से लेकर स्कूल तक बने हुए है, मगर वो भी वीरान है| इस शहर को Demilitarized Zone का नाम दिया गया है| इस शहर को उत्तर कोरिया के शासक किम ने एक प्रोपेगेंडा के तौर पर तैयार करवाया था|
ये शहर करीब 2.5 मील तक फैला हुआ है, जिसे साल 1953 में तैयार किया गया था| इस शहर को कोरियन वॉर के समय हथियार गाह के तौर पर बनाया गया था|
शहर में नज़र आने वाली इमारतें कंक्रीट की बनी हुई है| यहाँ किसी भी इमारत की खिड़की पर शीशा नहीं लगा हुआ है| शहर में लोग रहते है इसका यकीन दिलाने के लिए ये पूरा शहर हर शाम रौशनी से जगमगा उठता है| इसके लिए Automatic Electric Timer (ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक टाइमर) का प्रयोग किया जाता है| जिससे सुबह-शाम बिजली आती और जाती है|
North Korea इस शहर का प्रयोग युद्ध के दौरान मैदान के रूप में करती है| साल 1980 में दक्षिण कोरिया ने शहर के विपरीत दिशा में एक 321 फुट ऊंचा झंडे का पोल भी लगाया है|
यह पोल उत्तर कोरिया का विरोध करने के लिए लगाया गया था| जिसका जवाब उत्तर कोरिया ने कुछ ही दिनों बाद 525 फुट का पोल लगाकर दिया था|
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