Duniya Ki Sabse Thandi जगहें, माइनस 67 डिग्री तक होता है तापमान
दुनिया में ऐसी कई जगहें है जहाँ ठंड पड़ती है, मगर जनजीवन बिताने और इंसान के रहने या किसी इंसानी शरीर के सहन करने जितनी ठंड हो तो ठीक, लेकिन अगर तापमान माइनस 70 डिग्री तक पहुंचे तो क्या? आज हम आपको Duniya Ki Sabse Thandi जगहों के बारे में बताने जा रहे है जहाँ साल के 9 महीने बर्फ जमी रहती है| फिर भी लोग यहाँ अपना जीवन व्यतीत करते है|
वोस्तोक (Vostok)
यह Antarctica में अन्तर्देशीय प्रिंसेस एलिज़ाबेथ लैंड में स्थित एक Russian Research Station है| इस स्टेशन की स्थापना साल 1957 में की गयी थी| जिसका नाम प्रथम रुसी अंटार्कटिक अभियान के प्रमुख जहाज वोस्तोक के नाम पर रखा गया है|
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21 जुलाई 1983 के दिन अंटार्कटिका के Vostok स्टेशन में अब तक का सबसे कम तापमान माइनस 89.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया था| वोस्तोक को दुनिया में किसी भी जगह से सबसे कम तापमान वाली जगह का दर्जा हासिल है|
आपको बता दें कि यहाँ ना तो कोई गांव या शहर है और ना ही यहाँ कोई स्थायी निवासी है| इस वैज्ञानिक अनुसंधान में केवल काम करने वाले लोग रहा करते है और चले जाते है| कोई भी यहाँ अनिश्चितकाल के लिए नहीं रहता है|
ओइमाकॉन (Oymyakon)
रूस में स्थित ओइमाकॉन नामक इस गांव में करीब 500 लोगों की आबादी रहती है| यहाँ रहने वाले लोगों को अक्सर ठंड की मार झेलनी पड़ती है| इस गांव को दुनिया की सबसे ठंडी जगह माना जाता है|
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वैसे तो ओइमाकॉन का मतलब होता है, ऐसी जगह जहाँ पानी जमता नहीं हो, मगर यहाँ का वातावरण इस नाम के बिलकुल विपरीत है| यहाँ पानी तो क्या इंसान भी जम जाते है| आपको बता दें कि इस जगह पर सबसे कम तापमान माइनस 67.7 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया है| इस जगह को Poll Of Cold भी कहा जाता है| साल 1933 में इस तापमान को Guinness Book of World Record में भी दर्ज किया गया है|
साल 1930 के समय यहाँ कुछ फौजियों के अलावा कोई नहीं रहता था| बाद में सरकार ने ये जगह नोमैडिक लोगों को दे दी और लोग यहाँ आकर बसने लगे| इस जगह पर न नल में पानी निकलता है और न ही गाड़िया चलती है| गाड़ियों को चलाने से पहले उन्हें Heat Garage में रखना पड़ता है| इस जगह पर जैसे ही लोग बाहर निकलते है, तो लोगों के चेहरे तक जम जाते है| ऐसी बहुत सी चुनौतियों के सामना यहाँ रहने वाले लोगों को करना पड़ता है|
नोरिल्स्क (Norilsk)
रूस के साइबेरिया में नोरिल्स्क नामक एक शहर है| इस शहर को दुनिया का दूसरा सबसे ठंडा शहर माना जाता है| इस शहर में जहाँ औसतन तापमान माइनस 9-10 डिग्री सेल्सियस रहता है, वहीँ सबसे अधिक ठण्ड के समय माइनस 61 डिग्री तक भी पहुंच जाता है|
जानकारी के मुताबिक इस शहर में करीब 9 महीने तक बर्फ जमी होती है और लगभग हर तीसरे दिन बर्फीले तूफ़ान का आना होता है| इतना ही नहीं दिसंबर से जनवरी के समय इस शहर के लोग तो सूरज की रोशनी को भी तरस जाते है| सूरज के नहीं दिखने की वजह से यहाँ दो महीने तक अँधेरा ही छाया रहता है|
रूस की राजधानी मॉस्को से करीब 2900 किलोमीटर दूर स्थित इस शहर की सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस शहर तक पहुंचने के लिए कोई सड़क भी नहीं है| यहाँ आने के लिए लोगों को विमानों या फिर नावों के सहारे आना पड़ता है|
वेरखोयस्क (Verkhoyansk)
रूस का यह क्षेत्र आर्कटिक सर्कल के पास याना नदी के करीब स्थित है| बाटायग से करीब 92 किमी दूर इस शहर में करीब 1300 से अधिक निवासी रहते है| धरती पर माइनस 105 डिग्री का तापमान होने का गिनिस बुक रिकॉर्ड इसी जगह के नाम है|
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