जब बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल ने इस संगीतकार का घर बुलाकर किया था अपमान
बॉलीवुड की खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक अभिनेत्री काजोल की दोस्ती बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में कुछ गिने चुने लोगों से है। उनके दोस्तों में सबसे खास बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख़ खान है, जो कि अब से नहीं बल्कि इन दोनों की फिल्म ‘बाजीगर’ के समय से है। मगर शाहरुख़ खान से भी पहले काजोल की सबसे खास दोस्ती संगीतकार नदीम-श्रवण के साथ रही है। मगर एक घटना के बाद काजोल की इनसे दोस्ती टूट गयी। चलिए जानते है क्या है ये किस्सा?
ये बात तब की है जब काजोल को फिल्म इंडस्ट्री में कोई भी नहीं जानता था, क्यूंकि काजोल ने एक भी फिल्म में काम नहीं किया था। संगीतकार नदीम-श्रवण उस समय बॉलीवुड के चोटी के संगीतकार बन चुके थे। नदीम-श्रवण की इस जोड़ी ने बॉलीवुड की फ़िल्में ‘सड़क’, ‘आशिकी’, ‘दिल है के मानता नहीं’ और ‘साजन’ जैसी फिल्मों में सुपरहिट संगीत देकर खूब नाम कमा लिया था।
जो फ़िल्में नहीं चलती थी, उन फिल्मों में सुपरस्टार संगीतकार बन चुके नदीम-श्रवण का संगीत चल ही जाता था। इसी दौरान नदीम-श्रवण एक फिल्म कर रहे थे, जिसका नाम था ‘बेखुदी’। फिल्म में सबसे पहले अभिनेत्री काजोल और सैफ अली खान को कास्ट किया गया था। मगर बाद में किन्हीं कारणों से सैफ अली खान की जगह कमल सदना को फिल्म में ले लिया गया।
अभिनेत्री तनूजा की बेटी काजोल की ये पहली फिल्म थी और इसी वजह से इस फिल्म के गाने नदीम-श्रवण के लिए थोड़े ख़ास थे। इस फिल्म में काजोल के अभिनय से नदीम-श्रवण काफी प्रभावित हुए थे। यही वजह थी कि इन्होंने निर्माताओं के सामने अभिनेत्री काजोल की तारीफें करना शुरू कर दिया था। इसी फिल्म के बाद नदीम-श्रवण और काजोल की अच्छी दोस्त हो गयी।
इसके बाद नदीम-श्रवण को जिस भी फिल्म में संगीत देने का मौका मिलता, उन फिल्मों के लिए वो निर्माताओं से काजोल की सिफारिश किया करते थे। ऐसे ही एक बार निर्माता-निर्देशक अब्बास-मस्तान ने नदीम को अपनी फिल्म ‘बाजीगर’ में संगीत देने का ऑफर दिया और उनसे कहा कि अगर कोई अभिनेत्री आपके ध्यान में है तो बताइये। तब नदीम-श्रवण ने काजोल का नाम लिया। अब्बास-मस्तान को भी काजोल काफी पसंद आयी और उन्होंने काजोल को कास्ट कर लिया।
इधर काजोल ने फिल्म ‘बाजीगर’ की तैयारियां शुरू कर दी थी और उधर नदीम-श्रवण ने फिल्म के लिए संगीत बनाना शुरू किया था। इसी बीच नदीम-श्रवण को एक और अच्छी फिल्म मिली और इस फिल्म के लिए भी उन्होंने काजोल का ही नाम सुझाया। अब काजोल भी नदीम-श्रवण को मानने लगी थी और अपने गुरु समझने लगी थी।
इस नयी फिल्म के सिलसिले में नदीम-श्रवण काजोल से मिलने उनके घर गए। जैसे ही नदीम-श्रवण काजोल के घर के अंदर आये तो उन्होंने देखा कि काजोल की मां तनूजा लिविंग रूम में अपने दोस्तों के साथ बैठकर ताश खेल रही है। तनूजा को देखते ही नदीम-श्रवण ने उन्हें हेलो कहकर अभिवादन किया। लेकिन तनूजा ने कुछ जवाब नहीं दिया और ताश खेलती रही। तनूजा उनसे ऐसे पेश आयी जैसे कि ये कोई अजनबी है।
नदीम-श्रवण ने घंटों बैठकर काजोल का इंतज़ार किया, मगर काजोल नहीं आयी। इस दौरान ना तो तनूजा ने उनसे बात की और ना ही पानी तक के लिए पुछा। यही कारण था कि उस दिन नदीम-श्रवण, काजोल से बिना मिले ही वहां से चले गए और उसी दिन से उन्होंने कसम खा ली कि वो अब कभी भी काजोल के साथ काम नहीं करेंगे। इसी वजह से ‘बाजीगर’ फिल्म को भी नदीम-श्रवण ने बीच में ही छोड़ दिया था।
फिल्म ‘बाजीगर’ का एक गाना नदीम-श्रवण ने बनाया था जिसके बोल थे ‘जादूगर ओ जादूगर’, जिसे बाद में अनु मलिक ने बाज़ीगर ओ बाज़ीगर में तब्दील कर बनाया। जिस फिल्म के लिए नदीम-श्रवण, काजोल के घर गए थे वो फिल्म बाद में दिव्या भारती को मिल गयी और उस फिल्म का नाम था ‘रंग’।
इस वाकये के बाद काजोल ने कई दफा नदीम-श्रवण से संपर्क करने की कोशिशें की और सारी गलतफहमियां दूर करने की कोशिश की मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। नदीम-श्रवण उस समय बहुत बड़े संगीतकार थे, जिन्होंने फिर काजोल की एक भी नहीं सुनी।
दोस्तों, आपके मुताबिक क्या बॉलीवुड में काम करने वाले हर अभिनेता और अभिनेत्रियां घमंडी होती है? कृपया अपनी राय कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइयेगा और जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा।
दुनिया की कुछ ऐसी अजब गजब रोचक जानकारी जो शायद ही आपको पता होगी | Fact from around the world that you wont believe.
चाय ना मिलने पर अभिनेता अमजद खान ने कर दी थी ऐसी हरकत
जब देवानंद को एक सीन में गाली देकर भाग गए थे किशोर कुमार
आखिर क्यों किशोर कुमार आधा सिर मुंडवाकर पहुंचे थे शूटिंग पर
शोले – ‘वीरू’ के किरदार के लिए धर्मेंद्र को किया गया था इस तरह ब्लैकमेल